
आचार्य लोकेशजी ने ‘तालिबन का अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा और धार्मिक कट्टरता’ पर आधारित वेबिनार को संबोधित किया
धार्मिक कट्टरता के आधार पर नागरिको की स्वतन्त्रता छिनना मानवता को खत्म करने जैसा – स्वामी दीपांकर
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक शांतिदूत आचार्य डॉ लोकेशजी ने टीएनसी न्यूज़ द्वारा आयोजित ‘तालिबन का अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा और धार्मिक कट्टरता’ पर आधारित वेबिनार को संबोधित किया जहां हिन्दू धर्माचार्य स्वामी दीपांकर, मुफ़्ती मं जूर ज़ियाई, बोद्ध भंते, युवाचार्य स्वामी अभयदास आदि भी मौजूद थे एवं अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में अफरातफरी के माहौल पर अपने विचार व्यक्त किए।
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक शांतिदूत आचार्य डॉ लोकेशजी ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान के लोगो और महिलाओं पर तालिबान द्वारा अत्याचार न हो और मानवाधिकार से किसी को भी वंचित न रखा जाए। उन्होने कहा कोई भी धर्म और मजहब हिंसा, घृणा, आतंक, शोषण व अशांति का पाठ नहीं सिखाता जबकि धर्म का आधार सभी के प्रति अहिंसा, शांति, सद्भावना एवं करुणा है एवं धर्म के माध्यम से ही मानवता को जीवित रखा जा सकता है। आचार्यश्री ने आह्वान किया कि संयुक्त राष्ट्रसंघ एवं वैश्विक शक्तियों को तालिबान द्वारा काबिज अफ़ग़ानिस्तान में हस्तक्षेप कर अपनी भूमिका निभानी चाहिए एवं वहाँ के लोगो और महिलाओं के लिए सुरक्षा एवं मानवाधिकार सुनिश्चित किए जाने चाहिए ।
हिन्दू धर्माचार्य स्वामी दीपांकरजी ने कहा कि सोश्ल मीडिया पर अफ़ग़ानिस्तान के जिस तरह के दृश्य देखने को मिल रहे है वह चिंता का विषय है, नागरिक इस भय से देश छोड़ना चाहते हैं कि तालिबान उस क्रूर शासन को फिर से लागू कर सकता है, जिसमें महिलाओं के अधिकार खत्म हो जाएंगे। उन्होने कहा कि धार्मिक कट्टरता के आधार पर नागरिको की स्वतन्त्रता छिनना मानवता को खत्म करना है। काबुल में अधिक सुरक्षित माहौल के लिए देश के ग्रामीण क्षेत्रों में अपने घरों को छोड़कर आये हजारों की संख्या में आम लोग पूरे शहर में खुले स्थानों में शरण लिये हुए दिखाई दे रहे है।
मुस्लिम धर्माचार्य एवं अंतर्राष्ट्रीय सूफी कारवां के मुखिया मुफ़्ती मंजूर ज़ियाई जी ने कहा कि वर्तमान समय में तालिबान के कब्जे के बाद काबुल एयरपोर्ट पर देश छोड़कर जाने वालों की जबरदस्त भीड़ है। यहां के बिगड़ते हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वहां की बेकाबू भीड़ पर काबू पाने के लिए गोलियां तक चलाई गई हैं जिसमें कुछ लोगों की मौत तक हो गयी जो मनवाधिकारों का हनन है ।
संघाकाया फाउंडेशन के अध्यक्ष बोध भंते ने कहा कि विश्व के सभी देशों को अफ़ग़ानिस्तान के लोगो की मदद के लिए आगे आना चाहिए एवं तालिबानियों को दूसरे देशों के लोगो की सुरक्षा एवं निकासी में सहयोग के प्रयासों में तेज़ी लानी चाहिए ।
युवाचार्य स्वामी अभयदासजी ने भारत सरकार को आह्वान किया कि अफ़ग़ानिस्तान में फंसे लोगो को भारत वापस लाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए ताकि वे अपने वतन सकुशल लौट सके।
इस वेबिनार का संचालन श्री राजीव मल्होत्रा ने सभी अतिथियों के स्वागत के साथ किया एवं सभी महानुभावों के विचारों को टीएनसी न्यूज़ चेन्नेल के माध्यम आमजन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई ।
